ব্রেকিং:
আরজি কর মেডিকেলে ২০০ কোটির দুরনীতি, একাধিক প্রভাবশালীর জোগ থাকার সম্ভাবনা নলপুরে বেলাইন সেকান্দ্রাবাদ-শালিমার এক্সপ্রেস চলতি মাসেই ২০ ডিগ্রির নীচে তাপমাত্রা, রয়েছে নিম্নচাপের সম্ভাবনাও আগ্রা- লখনউ এক্সপ্রেসওয়েতে দুর্ঘটনায় ৫ জনের মৃত্যু রায়গঞ্জের কুলিকে শিশুর প্রাণ বাচিয়ে ডুবে মৃত্যু তরুণের গাজোলে মাটি খুড়তে গিয়ে উদ্ধার ১৬টি রুপার মুদ্রা

শনিবার   ১৬ নভেম্বর ২০২৪   অগ্রাহায়ণ ১ ১৪৩১   ১৪ জমাদিউল আউয়াল ১৪৪৬

সর্বশেষ:
মুর্শিদাবাদের সুতিতে শুট আউট। CSK-তে যাচ্ছেন ঋষভ? সামনে এল বড় খবর

डोन बोस्को विद्यालय(मालदा) में मनाया गया हिंदी दिवस

गौतम ठाकुर * सहायक शिक्षक , डोन बोस्को स्कुल मालदा

প্রকাশিত: ২৮ সেপ্টেম্বর ২০২০ ১৪ ০২ ৫৮  

  विगत दिनाक 14 सितम्बर 2020 को पुरे भारत के साथ , पस्चिम बंगाल , के मालदा ज़िला मे अवस्थित डोन बोस्को स्कुल , ने भी हिंदि दिवस का आयोजन बरे हि धुम धाम से किया और हिंदि के प्रचार प्रसार मे अपना अतुलनिये योगदान दिया । इस डोन बोस्को स्कुल के कक्षा नर्सरी से लेकर सातवी तक हर वर्ग के छात्रो ने भाग लिया । हलांकि यह आयोजन ओनलाईन हि आयोजित किया गया । यह महामारी को ध्यान मे रखते हुए । ओनलाईन मे भी छात्रो ने जमकर भाग लिया इसमे हिंदि दिवस के उपर बिभिन्न प्रतियोगिता रखी गयी थी । जिनमे कविता पाठ , भाषन , वक्तिता , पर्तिवेदन लेखन , तस्विर आंकन, हिंदि भाषा के उपर प्रश्नौत्तर ईत्यादि ।छात्रो के अलावा अध्यापक और अध्यापिकाओ ने भी इस आयोजन मे भाग लिया ।    

                                                            डोन बोस्को स्कुल माल्दा में हिंदी दिवस बड़े उत्साह से प्रधानाध्यापिका श्रीमती पद्मा सिंगुपल्ली की अध्यक्षता में मनाया गया।जबकि कार्यक्रम का संचालन सहायक शिक्षक गौतम ठाकुर ने किया। विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में "देश में हिंदी भाषा का महत्व व संस्कृति में योगदान" विषय पर शिक्षकों तथा छात्रों ने अपने विचार प्रकट किए। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्रधानाध्यापिका ने कहा कि हिंदी देश को जोड़ने वाली भाषा है। आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितबंर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। देश की स्वतंत्रता और विकास में हिंदी भाषा का अहम योगदान है। हिंदी से ही हिंद है। विश्व की सबसे बड़ी भाषा हिंदी है। उन्होंने कहा कि अब हिंदी राष्ट्र भाषा की गंगा से विश्व भाषा का महासागर बन रही है। विद्यार्थियों को आधुनिकता एवं अंग्रेजीयत से अलग होकर हिन्दी की रोचकता और महत्ता को जानने पहचानने की जरूरत है। आज हिंदी भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में बोली समझी जाने वाली विश्व भाषाओं में अपनी पहचान स्थापित कर चुकी है और शब्दों की संख्या के आधार पर भी विश्व की सबसे बड़ी भाषा हिंदी बन गई है।आज विद्यार्थियों के बीच अंग्रेजी भाषा के प्रति बढ़ते लगाव और हिंदी भाषा की अनदेखी करने की वजह से हिंदी प्रेमी बेहद निराश हैं। यही वजह है कि हर साल देशभर के लोगों को अपनी राष्ट्रभाषा के प्रति जागरूक करने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। 

इस मौके पे छात्रो के द्वारा बनाया गया कुछ तस्वीर प्रस्तुत

Puspaprovat Patrika
এই বিভাগের আরো খবর